Khuntaghat dam bilaspur chhattisgarh | खुंटाघाट जलाशय खारंग जलाशय रतनपुर बिलासपुर | Khuntaghat bandh bilaspur ratanpur | kharang jalashay sanjay gandhi jalashay ratanpur bilaspur
Khuntaghat dam bilaspur chhattisgarh
खुंटाघाट बांध छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बांधों में से एक बांध है, यह बांध छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर नामक धार्मिक नगरी के पास स्थित है, यह जगह बांध बनने से पहले एक गांव हुआ करती थी जिसे खुंटाडीह या खुटाघाट कहते थे । बिलासपुर जिला मुख्यालय से इस स्थान की दूरी 31 कि.मी. और रायपुर राजधानी से इसकी दूरी 148 कि.मी. है, पर्यटन की दृष्टि से यह जगह बहुत ही प्रसिद्ध है, साथ ही रतनपुर धार्मिक और पुरातात्विक स्थल के निकट होने के कारण इस जगह में लोगो की भीड़ 12 महीना बनी रहती है, इस बांध के बारे में बात करें तो यह बांध सन् 1920 में बनाया गया था जिसे सारंग नदी परियोजना- खुंटाघाट बांध या संजय गांधी परियोजना कहा जाता है, ब्रिटिश राज के समय इस बांध का निर्माण कि गया था उस जमाने में यह जगह एक छोटा सा गांव हुआ करता था जिसमें न्यून संख्या में लोग रहा करते थे जब बांध बनाने का प्रस्ताव लाया गया तो गांव वालो के द्वारा उसका विरोध भी किया गया खारंग द्वारा निर्मित इस बांध के निर्माण कि प्रकिया काफी रोचक है, जब यह बरसात में खारंग नदी द्वारा जलमग्न हो गया तो लोगो का यहां से विस्थापन हो गया और लकडि़यों के बडे बड़े ठुंठ रह गये जो खुंटे के रूप मे थे जिसके कारण भी इस जगह का नाम खुंटाघाट पड़ा ।
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रतनपुर के पास स्थित यह खुंटाघाट बांध रतनपुर नगरी के करीब होने के कारण काफी प्रसिद्ध है, गर्मी और बरसात के समय तो लोगो की भीड़ यहां होती ही है, पर रतनपुर के करीब होने के कारण नवरात्रि में भी यहां काफी संख्या में लोग आते है, खुंटाघाट पर्यटन स्थल में लोगो के मनोरंजन और अपने फैमिली के साथ समय बिताने के लिए दो उद्यान भी स्थित है, साथ ही यहां एडवेचर के लिए बोंटिग भी कराई जाती है, साथ यहां लोगो के लिए भोजन और नाश्ते के काफी अच्छी व्यवस्था है, यहां फिश से बनी डेलीकेसी की काफी वेराईटी देखने को मिल जायेगी । यहां बरसात में लोगो की सबसे ज्यादा भीड़ होती है, लोग-लोग दूर दूर से खारंग जलाशय का ओवरफलो देखने के लिए यहां आते है,
Khuntaghat bandh bilaspur ratanpur
खुंटाघाट दोस्तो बिलासपुर जिले का एक बहुत ही खुबसुरत पर्यटन स्थल है, जिसे अगर आप बिलासपुर जिले में रहते है, या कभी रहे होंगे तो जरूर आपके एक बार विजिट किया होगा इसकी मनमोहकता और सुंदरता बरसात के मौसम में अपने चरम पर होती है, यहां आपको खुंटाघाट का बर्ड आईलैड भी देखने को मिलेगा जहां सारस और मगरमच्छ आपको देखने को मिलेंगे साथ ही यहां स्थित दो पहाडि़यां है, जिसमें खुंटाघाट के पहाड़ पर छोटा सा शिव मंदिर और पानी के बीच में आपको एक पुराना डुबा हुआ मंदिर गर्मी के समय देखने को मिलेगा जो बरसात के समय पुरा जलमग्न हो जाता है, साथ ही पास बेंदरचुआ पहाड़ भी स्थित है, जहां राम जी का मंदिर भी स्थित है, जिसके दर्शन करने के लिए लोग जरूर जाते है,
My Experience
दोस्तो मैने खुंटाघाट का ट्रीप इतनी बार किया है, कि अब मैं गिनती भी भूला चुका हूं पर एक बात आपको जरूर बोलना चाहूंगा आप कितनी भी बार इस जगह पर घुम के क्यों ना आ गये हो हर बार यह जगह पिछले बार से ज्यादा खुबसुरत लगती है, और हर बार इस जगह का पर्यटन आपके लिए एक नया एक्सपिरींयस लेकर आता है, मैं जितनी भी बार इस जगह पर घुमने आया मेरा अनुभव हमेशा शानदार रहा है, और हर बार मैं यहां से कुछ किमती यादें लेकर गया हूं आशा करता हूं कि आपके लिए भी यह खुंटाघाट का सफर नई खुशियां और नये अनुभव लेकर आयेगा । अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो आप वेबसाइट सब्सक्राइब कर सकते है, साथ ही इससे जुड़ी अधिक जानकारी देखने के लिए आप मेरा युट्युब वीडियों भी देख सकते हैं।
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